Skip to main content

Posts

Showing posts from May, 2022

गौमुखी या सिंघमुखी कौनसा उत्तम होगा वास्तु शास्त्र के हिसाब से, चलिए विचार करते | By वनिता कासनियां पंजाब बाएं चित्र में रोड के तरफ का हिस्सा पीछे की तुलना में कम है: अतः ये गौ मुखी कहलायेगा | लाल चित्र में रोड के तरफ का हिस्सा पिछले हिस्से के तुलना में अधिक है जो की शेर मुखी कहलाता है |वास्तुपूरुष की कल्पना करेगें तो किन्ही दो कोणो का कटान व दो कोणो का विस्तार देखने को मिलेगा। भूखण्ड के किसी भी कोण का विस्तार व कटान हानि व कष्टो को बढाने वाला होता हैं।

गौमुखी या सिंघमुखी कौनसा उत्तम होगा वास्तु शास्त्र के हिसाब से, चलिए विचार करते | By वनिता कासनियां पंजाब बाएं चित्र  में रोड के तरफ का हिस्सा पीछे की तुलना में कम है: अतः ये  गौ मुखी  कहलायेगा |  लाल चित्र  में रोड के तरफ का हिस्सा पिछले हिस्से के तुलना में अधिक है जो की  शेर मुखी  कहलाता है | वास्तुपूरुष की कल्पना करेगें तो किन्ही दो कोणो का कटान व दो कोणो का विस्तार देखने को मिलेगा। भूखण्ड के किसी भी कोण का विस्तार व कटान हानि व कष्टो को बढाने वाला होता हैं।

।।पैसों की किल्लत से हैं परेशान तो घर में झाड़ू रखने के ये नियम जरूर जान लें, तकलीफों से मिलेगी मुक्ति।।#छोटी_छोटी_बातें_लेकिन_ #जरूरी_बातें टोटके उपायकहते हैं जहाँ साफ-सफाई होती है, वहां माँ लक्ष्मी का वास होता है. हर कोई अपने घर को अपने ढंग से व्यवस्थित करता है और इसमें साफ-सफाई और हर सामान का अपनी जगह पर होना शामिल होता है. देखा जाए तो घर को सही ढंग से मेंटेन करने में ग्रहणी का अहम रोल होता है. कई बार चीजें अपनी जगह पर हो और घर में कोई झगड़े न हो फिर भी समस्याएं कभी-कभी पीछा नहीं छोड़ती. ऐसा माना जाता है इसके पीछे वास्तु दोष हो सकता है. अगर आप वास्तु शास्त्र में विश्वास रखते हैं तो ये जान लें घर में सामान को भी सही तरीके से न रखे जाने पर समस्याएं बनी रहती हैं. वास्तु की मानें तो घर में झाड़ू को रखने के लिए कई विशेष बातों का ध्यान रखा जाना जरूरी है. ऐसा माना जाता है इससे जुड़े वास्तु दोष शारीरिक ही नहीं आर्थिक तंगी का कारण भी बन जाते हैं. जानें कैसे वास्तु टिप्स की मदद से घर में झाड़ू को सही तरीके से रखा जा सकता है.👉पैर के नीचे झाडू़ न आने देंघर में हमेशा कोशिश करें की झाड़ू को पैर के नीचे कभी न आए. ऐसा माना जाता है इससे माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है. इसलिए भूलकर भी घर में ऐसा न होने दें.👉झाड़ू को छुपाकर रखनावास्तु की मानें तो घर में झाड़ू को ऐसी जगह रखना चाहिए कि वो ग्रहणी व अन्य सदस्यों की नजरों के सामने न आए. रखी हुई झाड़ू पर ध्यान जाना भी वास्तु दोष की कैटेगरी में आता है. इस बात का विशेष ध्यान दें कि झाड़ू को बेडरूम में बिल्कुल न रखा जाए.👉इस दिशा में न रखेंवास्तु शास्त्र में झाड़ू को सही जगह रखने की दिशा भी निर्देशित की गई है. कभी भी झाड़ू को उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए. ऐसा माना जाता है इससे घर में धन की कमी के आसार बनते हैं. वास्तु के मुताबिक झाड़ू को पश्चिम या दक्षिण दिशा में ही रखें.👉रसोई में न रखेंरसोई में झाड़ू को रखना भी शुभ नहीं माना जाता है. साथ ही बता दें सूर्योदय के साथ ही घर में झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है. ऐसा करने से आर्थिक तंगी आपसे कौसों दूर रह सकती है.👉कब बदलें झाड़ूऐसा माना जाता है कि झाड़ू को बदलने के लिए भी वास्तुशास्त्र की मदद लेना सही रहता है. अगर आप झाड़ू बदलने जा रहे हैं तो इसके लिए शनिवार#Vnita 🙏🙏💞#वास्तुरसोई #वास्तु_ और_रसोई #वास्तु_और_ ज्योतिष #वास्तु_और_ घरेलू_नुस्खे #वास्तु_और_धार्मिक_प्रसंग

।।पैसों की किल्लत से हैं परेशान तो घर में झाड़ू रखने के ये नियम जरूर जान लें, तकलीफों से मिलेगी मुक्ति।।#छोटी_छोटी_बातें_लेकिन_ #जरूरी_बातें टोटके उपायकहते हैं जहाँ साफ-सफाई होती है, वहां माँ लक्ष्मी का वास होता है. हर कोई अपने घर को अपने ढंग से व्यवस्थित करता है और इसमें साफ-सफाई और हर सामान का अपनी जगह पर होना शामिल होता है. देखा जाए तो घर को सही ढंग से मेंटेन करने में ग्रहणी का अहम रोल होता है. कई बार चीजें अपनी जगह पर हो और घर में कोई झगड़े न हो फिर भी समस्याएं कभी-कभी पीछा नहीं छोड़ती. ऐसा माना जाता है इसके पीछे वास्तु दोष हो सकता है. अगर आप वास्तु शास्त्र में विश्वास रखते हैं तो ये जान लें घर में सामान को भी सही तरीके से न रखे जाने पर समस्याएं बनी रहती हैं. वास्तु की मानें तो घर में झाड़ू को रखने के लिए कई विशेष बातों का ध्यान रखा जाना जरूरी है. ऐसा माना जाता है इससे जुड़े वास्तु दोष शारीरिक ही नहीं आर्थिक तंगी का कारण भी बन जाते हैं. जानें कैसे वास्तु टिप्स की मदद से घर में झाड़ू को सही तरीके से रखा जा सकता है.👉पैर के नीचे झाडू़ न आने देंघर में हमेशा कोशिश करें की झाड़ू को पैर ...

वास्तु घर बनाने का तरीका: By बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब वास्तु Ghar Banane Ka Tarikaअपना खुद का घर बनाने का सभी का सपना होता है, अगर देखा जाए तो एक इंसान अपनी जिंदगी में केवल एक बार घर बना सकता है. इसलिए घर बनाने का तरीका ऐसा होना चाहिए कि हमारी सभी आवश्यकता पूरी हो जाए और पैसे भी कम लगे.घर बनाने के लिए जितने भी निर्णय ले सभी विचार विमर्श और पूरी जानकारी के बाद ही लेना चाहिए. सस्ता बजट में घर बनाने के लिए हमें कुछ तरीकों को अपनाना चाहिए इसके लिए आपको कुछ रिसर्च करनी पड़ सकती है. यहाँ मैं आपके रिसर्च में मदद करने वाला हूं, आपको बस इस पोस्ट को पूरी पढ़नी है और अच्छी तरह से समझना है.यहाँ मैं आपको सभी स्टेप्स एक एक करके बता रहा हूँ. इन सभी स्टेप्स के साथ मैंने कुछ विशेष बातों का जिक्र किया हैं, आप उन सभी बातों का विशेष ध्यान रखे.घर के लिए प्लॉट तैयार करेंगांव हो या शहर अपना घर बनाने के लिए एक प्लॉट की जरूरत होती है. भविष्य और वर्तमान की आवश्यकताओं को देखते हुए प्लॉट का चयन करें, प्लॉट को तैयार करने के लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए.प्लॉट का टाइटल पूरी तरह से क्लियर होना चाहिए.प्लॉट की रजिस्ट्री पूरी होनी चाहिए या पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाई हुई होनी चाहिए.प्लॉट एरिया के साथ कोई पारिवारिक या सीमा विवाद नहीं होना चाहिए.प्लॉट रजिस्ट्री के सभी ओरिजिनल दस्तावेजों को अपने साथ सुरक्षित रख ले.प्लॉट के तैयार हो जाने पर ही अगले कदम की तरह बढ़ना चाहिए.1 43 और 53 ग्रेड सीमेंट के बीच का अंतर – difference between 34 and 53 gradeघर का बाहरी डिजाइन फोटो & गांव के घर का डिजाइन – Village House Designघर का नक्शा बनवायेघर बनाने के लिए अगर सही रणनीति को फॉलो करें तो कम पैसे में अच्छा घर बनाया जा सकता है. नक्शा बनाने के लिए एक आर्किटेक्चर को पकड़े या घर पर खुद ही किसी ऐप या सॉफ्टवेयर के जरिए घर का नक्शा बनाए. नक्शा बनाने के लिए किसी खास योग्यता की जरूरत भी नहीं होती हैं.नक्शा बनाने के लिए परिवार वालों की राय ले.यदि आप वास्तु के अनुसार घर का बनाना चाहते हो तो उसका भी जरूर ध्यान रखें.घर का नक्शा पूरा होने पर किसी कॉन्ट्रैक्ट या आर्किटेक्चर से एक बार विचार-विमर्श जरूर कर ले.घर का नक्शा पूरा होने पर घर निर्माण के लिए किसी अनुभवी ठेकेदार को घर का ठेका दे.कंस्ट्रक्शन सामान खरीदने में समझदारी दिखाएंभवन निर्माण का काम शुरू करने से पहले एक बार ठेकेदार या आर्किटेक्चर से यह पता करें कि घर के निर्माण के लिए सीमेंट, सरिया, ईंटें और मिट्टी कितनी लगेगी.माल की मात्रा का पता चलने पर पर मौका निकाल कर सामान को इकट्ठा खरीद ले. इकट्ठा सामान खरीदने से कुछ प्रतिशत की छूट मिलती है. घर बनाने के लिए सामान खरीदने का यह एक स्मार्ट तरीका है. इसी तरह मार्बल, टाइल और दूसरे हार्डवेयर सामान को भी इकट्ठा ही खरीदें.घर बनाने के लिए सरिये का चयन करेंघर के लिए एक बेहतर क्वालिटी के सरिए का चयन करें. बाजार में ओरिजिनल और डुप्लीकेट दोनों क्वालिटी के सरिये बिकते हैं. इसलिए इनकी अच्छे से जांच पड़ताल कीजिये. घर बनाने के लिए Fe-415 ग्रेड और Fe-500 ग्रेड के सरिए का उपयोग करें.सरिये की खरीददारी के लिए डीलर से बात करें और ओरिजिनल सरिये की पहचान कर ही खरीदारी करें.1 सबसे अच्छा सरिया कौन सा हैघर निर्माण के लिए सीमेंट का चयन करेंसीमेंट को इक्कठा ही खरीदे. इक्कठी सीमेंट खरीदने से काफी पैसे को बचाया जा सकता है. घर के लिए opc 43 ग्रेड की सीमेंट खरीदें. ढलाई और पानी के टैंक के लिए ppc सीमेंट खरीद सकते हैं.सीमेंट की सेल्फ लाइफ लगभग 3 महीने की होती हैं. इसलिए सीमेंट को काम शुरू होने के तुरंत पहले ही खरीदें.2 सबसे अच्छा सीमेंट कौन सा होता है – सेलेक्ट बेस्ट सीमेंटअनुभवी ठेकेदार को चुनेअगर एक अच्छा और व्यवस्थित घर बनाना है तो अनुभवी कांट्रेक्टर को चुनना चाहिए. कई बार मिस्त्रियों की गलती की वजह से दीवारों को तोड़ा जाता है और यह बार-बार कस्टमाइज किया जाता है. जिसमें सीमेंट और रेती का फालतू में खर्चा हो जाता है. अच्छा घर बनाने का तरीका यही हैं कि एक बेहतर ठेकेदार को चुने.गहरी नीवें खुदवाये (घर बनाने का तरीका)घर की जड़े यानी नीवों को मजबूत रखना चाहिए. इसलिए नीवों की खुदवाई गहरी करवाएं. नीवों की अच्छी तरह से भरपाई होने पर नीवों की दीवारों के बीच की मिट्टी को अच्छी तरह भरवा कर पानी डालकर कठोर कर ले, ताकि बाद में दरारे नहीं पड़े.प्लिंथ बीम और कॉलम डलवाएनीवों का काम पूरा होने पर भीम और कॉलम का काम शुरू किया जा सकता है, कॉलम बिठाने के बाद ईटों की जुड़ाई शुरू की जाती है. दरवाजे और खिड़कियों के लिए लिंटेल भीम लगवाए.छत का खास ध्यान रखेकई बार घरों की छतों की सही पकाई नहीं होने पर पानी रिश्ता है इसके लिए फिर वाटर प्रूफ पेंट का अतिरिक्त खर्चा करना पड़ता है. इसलिए छत की पकाई अच्छे से होनी चाहिए. छत की पकाई के लिए मिट्टी के घेरे बनाएं या लकड़ी का बुरादा भरकर अच्छी तरह से पानी भरें.तराई का विशेष ध्यान रखेंएक बार सीमेंट का काम शुरू होने के बाद 16 या 24 घंटे के बाद तराई का काम शुरू किया जा सकता है. तराई 28 दिनों तक करनी चाहिए. सीमेंट 3, 7, 14, 28 दिनों में मजबूती पकड़ती हैं. सीमेंट तीसरे दिन तक 16% और अठाईस वे दिन तक 100% मजबूती पकड़ती हैं.तराई के दौरान सीमेंट को तब तक पानी देना चाहिए, जब तक वह सोखना बंद ना कर दें. इसलिए जल्दबाजी में नहीं करनी चाहिए. अच्छी तराई घर को मजबूत बनाएगा.प्लास्टर का विशेष ध्यान रखेंप्लास्टर करवाते समय ध्यान रखें कि ज्यादा गड्ढे न हो और ना ही ज्यादा लकीरें या दरारे हो. इसके लिए कॉन्ट्रैक्टर से विचार-विमर्श कर ले, अगर ज्यादा दरारें या गड्ढे रह जाए तो बाद में पुट्टी में अतिरिक्त खर्चा आएगा, जो बिल्कुल फिजूल खर्चा होगा.पानी और लाइट फिटिंग का काम शुरू करवाएंपानी की पाइपों की फिटिंग प्लास्टर से पहले की जाती है. बिजली की फिटिंग भी प्लास्टर से पहले की जाती हैं. प्लास्टर के बाहर भी बिजली की फिटिंग की जाती है, लेकिन यह ट्रेंड पुराना हो चुका है. लाइट और पानी की फीटिंग दीवार के अन्दर ही करवाए.टाइले और मार्बल का काम शुरू करवाएंमार्बल किसी डीलर से खरीदने की बजाए डायरेक्ट किसी खदान या खदान के पास डीलर से खरीदें, अगर यह संभव नहीं हो सके तो अलग-अलग डीलर से बात कर प्राइस का तोल कर मार्बल खरीदे.ध्यान रहे कि मार्बल और टाइल फिटिंग के लिए पीपीसी सीमेंट की काम में ले. टाइल्स फिटिंग के लिए 53 ग्रेड की ओपीसी सीमेंट भी काम में ली जा सकती हैं.अंदर बाहर के सभी काम को चेक करें (ghar banane ka tarika)टाइल मार्बल से लेकर घर के बाहर तक सभी काम का निरीक्षण कर ले, कोई काम बाकी रहे तो उसको इसी वक्त पूरा करवा लेना चाहिए.घर का फर्नीचर करवाएघरों का फर्नीचर एक महंगा काम हैं, इसलिए इसको ध्यान से करवाए. घरों के लिए कमर्शियल प्लाईवुड की जगह स्टैंडर्ड प्लाईवुड का इस्तेमाल करें, या waterproof प्लाईवुड का इस्तेमाल करें. प्लाईवुड को होलसेल रेट पर ही ख़रीदे, अन्यथा यह काफी महँगी पड़ सकती हैं.घर को पेंट करवाएघर का कंस्ट्रक्शन काम पूरा होने पर घर की सुंदरता को चार चांद लगाने के लिए घर का पेंट करवाए, घर की अंदर की दीवारों के लिए इंटीरियर पेंट बाहर की दीवारों के लिए एक्सटीरियर पेंट करवाए. पेंट पर थोड़ा अतिरिक्त खर्चा कर अच्छा वाला पेंट करवाए.सस्ता पेंट बार-बार करवाना पड़ता है, इसलिए अच्छा पेंट करवाना चाहिए. अच्छा पेंट कई सालों तक चलता है. कई पेंट कंपनियां इसकी गारंटी भी देती है.3 सबसे अच्छा पेंट कौन सा है (sabse accha paint kaun sa hai) – बेस्ट पेंट कंपनीकम बजट में घर बनाने का तरीका(ghar banane ka tarika)जैसा कि मैंने आपको बताया अपना खुद का घर बनाना सभी का सपना होता है, सभी लोगों की यही चाहत होती है कि एक अच्छा घर बनवाए.लेकिन कई बार बजट को लेकर समझौता करना पड़ सकता है, कम बजट में भी एक अच्छा घर बनाया जा सकता है. इसके लिए केवल और केवल समझदारी से काम लेना होता है. यहां मैं अपनी तरफ से आपको कुछ टिप्स दे रहा हूं जिनको फॉलो करके आप कम बजट में भी अच्छा प्लान बना सकते हैं.ब्रांड के साथ समझौता कर लो लेकिन क्वालिटी के साथ समझौता मत करो. मेरे कहें का मतलब यह हैं कि किसी के कहने में आकर महंगी चीजों या मटेरियल को न ख़रीदे. प्राइस को साइड में रखकर माल की क्वालिटी चेक करो, अच्छा माल खरीदो और जांच परख कर ही खरीदो.कुछ ब्रांड महंगे होते हैं लेकिन कुछ ब्रांड सस्ते होते हैं लेकिन दोनों का फार्मूला और क्वालिटी समान होती हैं, इस बात का ध्यान रख कर ही सामान की खरीददारी करें.सीमेंट, सरिया, ईटों को बड़ी सावधानी और चतुराई से खरीदना चाहिए. पहला इस बात का ध्यान रखें कि सरिया सीमेंट उसी ब्रांड का खरीदें जो अपने राज्य या नजदीकी राज्य में बनता हो. ऐसा करने से ट्रांसपोर्ट का खर्चा और CGST की अतिरिक्त टैक्स में बचत होती हैं. दूसरा इस बात का ध्यान रखे कि अलग-अलग डीलर से भाव टकराकर सरिया खरीदें.कांट्रेक्टर एक अनुभवी होना चाहिए. एक अनुभवी कॉन्ट्रैक्टर के हाथ में काम देने से समय और पैसा दोनों के बचत हो सकती हैं. जब घर बन रहा हो तो पूरी निगरानी रखे, या आर्किटेक्ट को कुछ पैसे देकर किराए पर रख ले. आर्किटेक्ट को किराये पर रखने के 2 फायदे हो सकते हैं, पहला कि वह सभी काम को अच्छे से करवाएगा. दूसरा, यह कि वह मार्केट में सामानों के भाव बिठाने में मदद करेगा.हार्डवेयर के सामान टॉप ब्रांड के न खरीद कर B ब्रांड के ख़रीदे जो अच्छे होने के साथ सस्ते भी होंगे.दरवाजे और खिड़कियों की चौखट के लिए RCC का ही इस्तेमाल करें.कुछ प्रसिद्ध आर्किटेक्ट कहते हैं कि अगर घर का नक्शा वर्गाकार होता है तो निर्माण लागत में कमी आती हैं.टॉयलेट बाथरूम को साथ-साथ में बनवाइए इससे अतिरिक्त दीवार और अतिरिक्त टाइलों का खर्चा बच जाता है.घर की दीवारें 2 तरीके से बनाई जा सकती हैं, पहला बीमा फ्रेम से, और दूसरा लोड बेरियर स्ट्रक्चर जिसमे सरिया कम लगता हैं. लोड बैरियर स्ट्रक्चर से अतिरिक्त लागत को कम किया जा सकता है.परंपरागत इटें कुछ महँगी आती हैं लेकिन सीमेंट से बनी इटें जिसे फ्लाई एश भी कहा जाता है जो थोड़ी सस्ती आती हैं. इस तरह से काफी पैसों को बचाया जा सकता है.एक अच्छा घर बनाने के बारे में आपने क्या सीखा – Ghar Banane Ka Tarika in hindiएक अच्छा, सस्ता, मजबूत और फिक्स बजट में घर बनाने के लिए हमें अपनी तरफ से कुछ जागरूकता रखनी पड़ती है. सही चीजों की सही जानकारी लेनी होती हैं. सही जानकारी और थोड़ी सी मेहनत से काफी पैसे बचाया जा सकता है और अपने वास्तु ड्रीम घर को बनाया जा सकता है. अगर आपको घर बारे में और कोई जानकारी चाहिए तो कमेंट में जरूर लिखें हम आपको बेस्ट solution देने का प्रयास करेंगे.

 वास्तु घर बनाने का तरीका :  By बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब Ghar Banane Ka Tarika अपना खुद का घर बनाने का सभी का सपना होता है, अगर देखा जाए तो एक इंसान अपनी जिंदगी में केवल एक बार घर बना सकता है. इसलिए घर बनाने का तरीका ऐसा होना चाहिए कि हमारी सभी आवश्यकता पूरी हो जाए और पैसे भी कम लगे. घर बनाने के लिए जितने भी निर्णय ले सभी विचार विमर्श और पूरी जानकारी के बाद ही लेना चाहिए. सस्ता बजट में घर बनाने के लिए हमें कुछ तरीकों को अपनाना चाहिए इसके लिए आपको कुछ रिसर्च करनी पड़ सकती है. यहाँ मैं आपके रिसर्च में मदद करने वाला हूं, आपको बस इस पोस्ट को पूरी पढ़नी है और अच्छी तरह से समझना है. यहाँ मैं आपको सभी स्टेप्स एक एक करके बता रहा हूँ. इन सभी स्टेप्स के साथ मैंने कुछ विशेष बातों का जिक्र किया हैं, आप उन सभी बातों का विशेष ध्यान रखे. घर के लिए प्लॉट तैयार करें गांव हो या शहर अपना घर बनाने के लिए एक प्लॉट की जरूरत होती है. भविष्य और वर्तमान की आवश्यकताओं को देखते हुए प्लॉट का चयन करें, प्लॉट को तैयार करने के लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहि...

वास्तु घर की किस्मत बदलने के चमत्कारिक टोटके बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब वनिता कासनियां पंजाब ईश्वर सर्व शक्तिमान है। ग्रह-नक्षत्र और देवी-देवता सभी उसके अधीन है। ईश्वर के बाद ईश्वर की प्रकृति महत्वपूर्ण है। जिस प्रकार प्रकृति ने रोग, शोक या अन्य घटना, दुर्घटना को प्रदान किया उसी प्रकार उसने उक्त सभी से बचने के उपाय भी दिए हैं। प्रकृति में ही है वह उपाय जिससे आप अपनी सकारात्मक ऊर्जा का विकास कर अपने भाग्य को जागृत कर सकते हैं। यदि आप भाग्यशाली हैं लेकिन आपका घर दुर्भाग्य पैदा कर रहा है तो कैसे तालमेल संभव होगा?जरूरी नियम : सबसे पहले घर का सही जगह और सही दिशा में होना जरूरी है। प्राचीनकाल में घर के वास्तु का बहुत ध्यान रखा जाता था। यदि वास्तु सही है तो आपके ग्रह-नक्षत्र भी सही रहेंगे और आपका भाग्य और चमक जाएगा। जो लोग वास्तु विज्ञान पर विश्वास नहीं करते हैं उनको कुछ समय के लिए आग्नेय कोण के मकान में और कुछ समय के लिए ईशान कोण के मकान में रहना चाहिए। फर्क समझ में आ जाएगा।10 दरवाजे बताएंगे आपका भविष्य...कैसा हो हिन्दू घर, जानिए 10 नियम... आपके घर की किस्मत बदलेंगे तो आपकी किस्मत खुद-ब-खुद चमक जाएगी। यदि संकट से मुक्ति, धन, समृद्धि, खुशी, शांति और तरक्की चाहते हैं तो हमारे बताए उपाय करें। आपकी किस्मत बदल जाएगी। पहला चमत्कारिक टोटका...घर हो वास्तु अनुसार : घर का द्वार पूर्व, ईशान, उत्तर, वायव्य और पश्चिम दिशा में से किसी एक में होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है तो किसी वास्तुशास्त्री से सलाह लें। मुख्य द्वार की दिशा ही घर को शुभ या अशुभ नहीं बनाती। किसी भी वास्तु विचार के लिए जल, अग्नि एवं वायु का ध्यान रखना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। यदि घर का समस्त वास्तु ठीक व नियम के अनुसार हो, तो सिर्फ दिशा का महत्व कम हो जाता है। हां! खराब समय में दक्षिण मुखी घर ज्यादा कष्ट दे सकता है। यदि आपका घर आग्नेय, दक्षिण या नैऋत्य दिशा में है तो यह उपाय करें।*दक्षिण दिशा के लिए : द्वार के ठीक सामने एक आदमकद दर्पण इस प्रकार लगाएं जिससे घर में प्रवेश करने वाले व्यक्ति का पूरा प्रतिबिंब दर्पण में बने। इससे घर में प्रवेश करने वाले व्यक्ति के साथ घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक उर्जा पलटकर वापस चली जाती है। द्वार के ठीक सामने आशीर्वाद मुद्रा में हनुमान जी की मूर्ति अथवा तस्वीर लगाने से भी दक्षिण दिशा की ओर मुख्य द्वार का वास्तुदोष दूर होता है। मुख्य द्वार के ऊपर पंचधातु का पिरामिड लगवाने से भी वास्तुदोष समाप्त होता। सभी दिशाओं के लिए : दरवाजे के ऊपर भगवान गणेश का चित्र और दाएं-बाएं स्वस्तिक के साथ लाभ-शुभ लिखा हो। दरवाजे के उपर वंदनवार लगाएं। दरवाजा जितना सुंदर, मजबूत और अच्छा होगा उतना उत्तम होगा। घर के अंदर आग्नेय कोण में किचन, ईशान में प्रार्थना-ध्यान का कक्ष हो, नैऋत्य कोण में शौचालय, दक्षिण में भारी सामान रखने का स्थान आदि हो। अगले पन्ने पर दूसरा चमत्कारिक उपाय.. घर का फर्श : घर का फर्श बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसमें किस तरह की टाइल्स लगाएं और किस रंग की लगाएं यह जरूरी है। ऐसी टाइल्स न लगाएं जो गर्मी के लिए तो उत्तम हो लेकिन ठंड में अत्यधिक ठंडी हो। फर्श वास्तु अनुसार होना चाहिए। घर में फर्श के लिए हल्के पीले या सफेद रंग के संगमरमर का उपयोग श्रेष्ठ माना जाता है। संगमरमर नहीं लगा रहे हैं तो पीले, लाल, गेरुएं रंग की सेरेमिक, विनाइल और वुडन टाइल्स भी श्रेष्ठ है। यदि ऐसा नहीं हो तो क्या करें...*हर रूप के लिए अलग-अलग रंगों का सुंदर सा करपेट लाएं और उसे बिछाएं। उस कारपेट की प्रतिदिन अच्छे से साफ रखें। *सप्ताह में एक बार समुद्री नमक को पानी में घोलकर फर्श पर उसका पोछा लगाएं।*घर के प्रत्येक रूप के मध्य में मांडना मांडे। घर के द्वार के बाहर रंगोली बनाए। रंगोली या मांडना हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति की समृद्धि के प्रतीक हैं। इससे घर परिवार में मंगल रहता है। * आपके घर में किसी कमरे, किचन या अन्य किसी स्थान की टाइल्स टूटी हुई है तो उसे जल्दी ठीक कराना चाहिए, क्योंकि टूटी टाइल भी वास्तुशास्त्र के हिसाब से ठीक नहीं मानी जाती। अगले पन्ने पर तीसरा चमत्कारिक टोटका... अनावश्यक वस्तुओं को करें घर से बाहर : घर के भीतर अनावश्यक वस्तुएं नहीं रखें। जैसे बंद पड़ी घड़ी, खराब टीवी, रद्दी, सेल, टूटे ‍पेन, कचरे, फालतू के चप्पल जूते की थैली आदि।घर का अटाला जहां नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करता है, वहीं घर में रखे गमले के पौधे भी आपके जीवन को संकट में डाल सकते हैं यदि वे कांटेदार या नकारात्मक ऊर्जा वाले हैं तो। उसी तरह यदि घर में लौह तत्व की अधिकता है, तब भी जीवन संघर्षमय बन सकता है। अगले पन्ने पर चौथा चमत्कारिक टोटका... पूजा घर हो कैसा : घर में ढेर सारे देवी और देवताओं के चित्र या मूर्तियां न रखें। इससे वास्तुदोष निर्मित होगा और आपका मन भी भटकेगा। छोटा सा पूजाघर हो जिसमें एक शिवलिंग, एक शालिग्राम, गणेशजी, दुर्गा, राम और कृष्‍ण की छोटी-छोटी एक पीतल की मूर्ति, एक गरुढ़ घंटी हो बस। भगवान के चित्रों में राधाकृष्ण का चित्र शयनकक्ष में, राम दरबार का चित्र बैठक रूम में लगा सकते हैं। वास्तु के अनुसार भगवान के लिए उत्तर-पूर्व की दिशा श्रेष्ठ रहती है। इस दिशा में पूजाघर स्थापित करें। यदि पूजाघर किसी ओर दिशा में हो तो पानी पीते समय मुंह ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रखें। पूजाघर के ऊपर या नीचे की मंजिल पर शौचालय या रसोईघर नहीं होना चाहिए, न ही इनसे सटा हुआ। सीढ़ियों के नीचे पूजा का कमरा बिलकुल नहीं बनवाना चाहिए। यह हमेशा ग्राउंड फ्लोर पर होना चाहिए, तहखाने में नहीं। पूजा का कमरा खुला और बड़ा बनवाना चाहिए। अगले पन्ने पर पांचवां चमत्कारिक टोटका... ईशान कोण को सुंदर और साफ रखें : घर का ईशान कोण हमेशा खाली रखें या उसे जल का स्थान बनाएं। यहां पूजा घर भी बना सकते हैं। यहां पर मछलीघर भी रख सकते हैं। यहां पर सुंदर फूलों से सजा गमला भी रख सकते हैं। अगले पन्ने पर छठा चमत्कारिक टोटका... घर का वातावरण हो सुगंधित : घर में मधुर सुगंध और संगीत से वातावरण को अच्छा बनाएं। रात्रि में सोने से पहले घी में तर किया हुआ कपूर जला दें। घर में गुग्गल का ही धुंआ करें लोबान का नहीं। अगरबत्ती जलाकर सुगंधित वातावरण न करें। अगरबत्ती बांस से बनी होती है। बांस जलने से दुर्भाग्य निर्मित होता है। अगले पन्ने पर सातवां चमत्कारिक टोटका... घर की छत : 9.घर की छत में किसी भी प्रकार का उजालदान ना रखें। घर की छत पर बांस या किसी भी प्रकार का अटाला न रखे। छत को साफ सुधरा रखें। अगले पन्ने पर आठवां चमत्कारिक टोटका... घर का ध्वज : घर के उपर वायव्य कोण में स्वास्तिक या ॐ लगा हुआ केसरिया ध्वज लगाकर रखें। इससे यश, कीर्ति और विजय मिलती है। ध्वजा या झंडा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर की सुख व समृद्धि बढ़ती है। अगले पन्ने पर नौवां चमत्कारिक टोटका... घर में रखें ये वस्तुएं: भाग्यवर्धक वस्तुएं:-घर में पवित्र और ऊर्जावान वस्तुएं रखने से घर के सदस्यों के दिमाग भी शांत और प्रगतिशील रहते हैं। घर में ऐसी कोई नकारात्मक वस्तु नहीं होना चाहिए, जो घर की शांति भंग करे। घर में रखें ये वस्तुएं और जीवन को सुखमय बनाएं 1. रुद्राक्ष, 2.शंख, 3.घंटी, 4.स्वस्तिक का चिह्न, 5.ऊं का लॉकेट, 6.कलश, 7.गंगाजल, 8.मौली (कलाई पर बंधने वाला नाड़ा), 9.कमल गट्टे, तुलसी या रुद्राक्ष की माला, 10. दीवार पर लगा प्रकृति का चित्र या हंसमुख परिवार का चित्र और 11. अधिक से अधिक पीतल और तांबे के बर्तन। अगले पन्ने पर दसवां चमत्कारिक टोटका... हिंदू धर्म का वृक्ष से गहरा नाता है। हिंदू धर्म को वृक्षों का धर्म कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि हिंदू धर्म में वृक्षों का जो महत्व है वह किसी अन्य धर्म में शायद ही मिले। इस ब्रह्मांड को उल्टे वृक्ष की संज्ञा दी है। पहले यह ब्रह्मांड बीज रूप में था और अब यह वृक्ष रूप में दिखाई देता है। प्रलय काल में यह पुन: बीज रूप में हो जाएगा।हिंदू धर्म के 10 पवित्र वृक्ष, जानिए उनका रहस्यहिन्दू धर्म में वृक्ष पूजा क्यों की जाती है? घर के आसपास हो भाग्यवर्धक पौधे :- 1. केला, 2.तुलसी, 3.मनी प्लांट, 4.अनार, 5.पीपल, 6.बड़, 7.आम, 8.जामफल, 9.कड़ी पत्ता और 10.नीम

वास्तु घर की किस्मत बदलने के चमत्कारिक टोटके बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब वनिता कासनियां पंजा ईश्वर सर्वशक्तिमान है। ग्रह-नक्षत्र और देवी-देवता सभी उसके अधीन है। ईश्वर के बाद ईश्वर की प्रकृति महत्वपूर्ण है। जिस प्रकार प्रकृति ने रोग, शोक या अन्य घटना, दुर्घटना को प्रदान किया उसी प्रकार उसने उक्त सभी से बचने के उपाय भी दिए हैं। प्रकृति में ही है वह उपाय जिससे आप अपनी सकारात्मक ऊर्जा का विकास कर अपने भाग्य को जागृत कर सकते हैं। यदि आप भाग्यशाली हैं लेकिन आपका घर दुर्भाग्य पैदा कर रहा है तो कैसे तालमेल संभव होगा? जरूरी नियम :  सबसे पहले घर का सही जगह और सही दिशा में होना जरूरी है। प्राचीनकाल में घर के वास्तु का बहुत ध्यान रखा जाता था। यदि वास्तु सही है तो आपके ग्रह-नक्षत्र भी सही रहेंगे और आपका भाग्य और चमक जाएगा। जो लोग वास्तु विज्ञान पर विश्वास नहीं करते हैं उनको कुछ समय के लिए आग्नेय कोण के मकान में और कुछ समय के लिए ईशान कोण के मकान में रहना चाहिए। फर्क समझ में आ जाएगा। 10 दरवाजे बताएंगे आपका भविष्य... कैसा हो हिन्दू घर, जानिए 10 ...