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Showing posts from July, 2021

Vastu/ By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब DECORATION / 30 Clever Ideas To Utilize TheSpace Under The Staircase30 Clever Ideas To Utilize The Space Under The StaircaseVnita 5 saat ago DECORATION Leave a comment 13 ViewsHave you ever ever puzzled what to do with that house beneath your stairs? Listed here are a number of tricks to make it extra helpful and uncover its hidden potential.1. Putting in cabinets, cupboards and drawers beneath the steps will reclaim some unused house simply mendacity unnoticed for years. The cabinets could possibly be used for ornamental shows whereas the cupboards could possibly be utilized as storage for on a regular basis gadgets. You too can adorn the realm together with your favourite collectibles. You may add some small job lights to spotlight the displayed objects. The cabinets can both be custom-made or you should buy prepared made stackable items obtainable in any Residence Enchancment retailer.2. You may make the most of the house and remodel it right into a examine space or dwelling workplace. You probably have been in search of some house in your home to function your own home workplace, then look no additional, that is the house for you. Bookshelves, submitting cupboards and desktop will be specifically sized and made to suit and nestle beneath your stairs. You may paint the submitting cupboards and cabinets in heat, welcoming tones to make it extra person pleasant. Muddle ought to be prevented in small areas equivalent to this, so use space-saving containers to maintain desk equipment and stationery neat and helpful.3. Make it into a comfy retreat. Would not or not it’s good to chill out in a comfortable nook beneath the steps whereas studying your favourite e-book? You may place an under-stair bench with cushion and pillows for a heat and alluring look. It could possibly additionally function a sleeping spot for a fast afternoon nap. Do not forget to decorate. You may cling your favourite work or add a wall lamp for comfort whereas studying.4. Put it to use as a tiny playhouse for the children. Kids would love the concept of enjoying beneath the steps. Paint the playhouse entry with a whimsical design. You too can add cabinets to offer storage for toys. A rug can create a softer appear and feel whereas on the identical time protects little ft from a chilly ground.So, whether or not you select to make use of your beneath the steps house for storage, dwelling workplace, cozy nook or a playhouse, always remember so as to add gentle to this tight house. A desk lamp is advisable for studying and examine, overhead lighting for play areas, whereas show lights are nice in your collectibles.Why not begin planning now and convert that beneath the stair house into one thing you and your entire household will use and revel in for a very long time.

Vastu/ By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब   DECORATION   /   30 Clever Ideas To Utilize TheSpace Under The Staircase 30 Clever Ideas To Utilize The Space Under The Staircase Vnita  5 saat ago   DECORATION   Leave a comment   13 Views Have you ever ever puzzled what to do with that house beneath your stairs? Listed here are a number of tricks to make it extra helpful and uncover its hidden potential. 1. Putting in cabinets, cupboards and drawers beneath the steps will reclaim some unused house simply mendacity unnoticed for years. The cabinets could possibly be used for ornamental shows whereas the cupboards could possibly be utilized as storage for on a regular basis gadgets. You too can adorn the realm together with your favourite collectibles. You may add some small job lights to spotlight the displayed objects. The cabinets can both be custom-made or you should buy prepared made stackable items obtainable in any Residence Enchancment retailer. 2. You ...

अगस्त माह के शुभ मुहूर्त अगस्त माह में कौन-सा कार्य कब करें, जानिए By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब अगर आप अगस्त माह में अपना कोई नया कार्य व्यापार हो या गृह प्रवेश प्रारंभ करना चाह‍ते हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं अगस्त माह के शुभ समय।नक्षत्रों पर आ‍धारित निम्न तारीखों पर आप अपना नया व्यापार या नवीन गृह प्रवेश या किराए का घर बदली कर सकते हैं।आपके लिए प्रस्तु‍त हैं अगस्त माह के शुभ मुहूर्त :-FILEशुभ विवाह मुहूर्त( नोट :- निम्न मुहूर्त केवल पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर वासियों के लिए हैं)7, 8 अगस्त : मूल में (अति आवश्यकता में)9 अगस्त : उत्तराषाढ़ा में10 अगस्त : श्रवण में13 अगस्त : उत्तराभाद्रपद में14 अगस्त : रेवती में19 अगस्त : रोहिणी में28, 29 अगस्त : हस्त में29, 30 अगस्त : चित्रा में30, 31 अगस्त : स्वाति मेंगौना मुहूर्त : इस माह में कोई भी गौना मुहूर्त नहीं हैं।मुंडन मुहूर्त : इस माह में कोई मुंडन मुहूर्त नहीं हैं।यज्ञोपवीत मुहूर्त : इस माह में कोई यज्ञोपवीत मुहूर्त भी नहीं हैं।आगे पढ़ें नींव-पूजन के पवित्र मुहूर्त...FILEनींव-पूजन मुहूर्त :-9 अगस्त : उत्तराषाढ़ा में11 अगस्त : धनिष्ठा में14 अगस्त : उत्तराभाद्रपद-पंचमी, रेवती में15 अगस्त : रेवती, अश्विनी में16 अगस्त : अश्विनी में (भद्रा से पूर्व)18 अगस्त : रोहिणी में20 अगस्त : मृगशिरा में (भद्रा के बाद)28 अगस्त : उत्तराफाल्गुनी, हस्त में30 अगस्त : चित्रा मेंआगे पढ़ें गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त...FILEगृह प्रवेश मुहूर्त :पुराना घर/किराए पर9 अगस्त : उत्तराषाढ़ा में11 अगस्त : धनिष्ठा में14 अगस्त : उत्तराभाद्रपद-पंचमी, रेवती में15 अगस्त : रेवती, अश्विनी में20 अगस्त : मृगशिरा में (भद्रा के बाद)23 अगस्त : पुष्य में दिन 11.53 से 2.5027 अगस्त : उत्तराफाल्गुनी में28 अगस्त : उत्तराफाल्गुनी, हस्त में30 अगस्त : चित्रा मेंआगे पढ़ें नए व्यापार की शुरुआत के लिए मंगलकारी मुहूर्त...FILEनए व्यापार के लिए मुहूर्त14 अगस्त : रेवती में15 अगस्त : रेवती, अश्विनी में20 अगस्त : मृगशिरा में (भद्रा के बाद)22 अगस्त : पुनर्वसु में28 अगस्त : उत्तराफाल्गुनी, हस्त में30 अगस्त : चित्रा में।*****बाल वनिता महिला आश्रम

अगस्त माह के शुभ मुहूर्त अगस्त माह में कौन-सा कार्य कब करें, जानिए By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब अगर आप अगस्त माह में अपना कोई नया कार्य व्यापार हो या गृह प्रवेश प्रारंभ करना चाह‍ते हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं अगस्त माह के शुभ समय। नक्षत्रों पर आ‍धारित निम्न तारीखों पर आप अपना नया व्यापार या नवीन गृह प्रवेश या किराए का घर बदली कर सकते हैं। आपके लिए प्रस्तु‍त हैं अगस्त माह के शुभ मुहूर्त :- FILE शुभ विवाह मुहूर्त (  नोट :- निम्न मुहूर्त केवल पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर वासियों के लिए हैं) 7, 8 अगस्त : मूल में (अति आवश्यकता में) 9 अगस्त : उत्तराषाढ़ा में 10 अगस्त : श्रवण में 13 अगस्त : उत्तराभाद्रपद में 14 अगस्त : रेवती में 19 अगस्त : रोहिणी में 28, 29 अगस्त : हस्त में 29, 30 अगस्त : चित्रा में 30, 31 अगस्त : स्वाति में गौना मुहूर्त :  इस माह में कोई भी गौना मुहूर्त नहीं हैं। मुंडन मुहूर्त :  इस माह में कोई मुंडन मुहूर्त नहीं हैं। यज्ञोपवीत मुहूर्त :  इस माह में कोई यज्ञोपवीत मुहूर्त भी नहीं हैं। आगे पढ़ें नींव-पूजन के पवित्र मुहूर्त... FILE ...

इस तरह जानिए शुभ मुहूर्त क्या है...By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब किसी भी कार्य का प्रारंभ करने के लिए शुभ लग्न और मुहूर्त को देखा जाता है। जानिए वह कौन-सा वार, तिथि, माह, वर्ष लग्न, मुहूर्त आदि शुभ है जिसमें मंगल कार्यों की शुरुआत की जाती है।'श्रेष्ठ दिन'दिन और रात में दिन श्रेष्ठ है। वैदिक नियम अनुसार हर तरह का मंगल कार्य दिन में ही किया जाना चाहिए। अंतिम संस्कार और उसके बाद के क्रियाकर्म भी दिन में ही किए जाते हैं। 'श्रेष्ठ मुहूर्त'दिन-रात के 30 मुहूर्तों में ब्रह्म मुहूर्त ही श्रेष्ठ होता है। पुराने समय में जब बिजली नहीं होती थी तो लोग जल्दी सो जाते थे और ब्रह्म मुहूर्त में उठकर कार्य करने लगते थे। जबसे बिजली का अविष्कार हुआ तब से व्यक्ति की दिनचर्या ही बदल गई। ब्रह्म मुहूर्त में उठने के कई लाभ शास्त्रों में बताए गए हैं। 'मुहूर्तों के नाम'एक मुहूर्त 2 घड़ी अर्थात 48 मिनट के बराबर होता है। 24 घंटे में 1440 मिनट होते हैं। मुहूर्त सुबह 6 बजे से शुरू होता है:- रुद्र, आहि, मित्र, पितॄ, वसु, वाराह, विश्वेदेवा, विधि, सतमुखी, पुरुहूत, वाहिनी, नक्तनकरा, वरुण, अर्यमा, भग,गिरीश, अजपाद, अहिर, बुध्न्य, पुष्य, अश्विनी, यम, अग्नि, विधातॄ, क्ण्ड, अदिति जीव/अमृत, विष्णु, युमिगद्युति, ब्रह्म और समुद्रम। 'श्रेष्ठ वार'सात वारों में रवि, मंगल और गुरु श्रेष्ठ है। इनमें भी गुरुवार को सर्वश्रेष्ठ इसलिए माना गया है क्योंकि गुरु की दिशा ईशान है और ईशान में ही देवताओं का वास होता है।वीडियो जरूर देखें... 'श्रेष्ठ चौघड़िया'दिन और राज के मिलाकर 7 चौघडि़या होते हैं जो वार अनुसार दिन और रात में बदलते रहते हैं। ये चौघड़िया है- शुभ, लाभ, अमृत, चर, काल, रोग, उद्वेग। शुभ, अमृत और लाभ चौघड़िया को ही श्रेष्ठ माना गया है उसमें भी शुभ चौघड़िया सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि इसका स्वामी गुरु है। अमृत का चंद्रमा और लाभ का बुध है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। समयानुसार चौघड़िया को तीन भागों में बांटा जाता है शुभ, मध्यम और अशुभ चौघड़िया। शुभ चौघडिया: शुभ (स्वामी गुरु), अमृत (स्वामी चंद्रमा), लाभ (स्वामी बुध)मध्यम चौघडिया: चर (स्वामी शुक्र)अशुभ चौघड़िया: उद्बेग (स्वामी सूर्य), काल (स्वामी शनि), रोग (स्वामी मंगल) 'श्रेष्ठ पक्ष'महीने में 15-15 दिन के दो पक्ष होते हैं। कृष्ण और शुक्ल पक्षों के दो मास में शुक्ल पक्ष श्रेष्ठ है। चंद्र के बढ़ने को शुक्ल और घटने को कृष्ण पक्ष कहते हैं। शुक्ल की पूर्णिमा और कृष्ण की अमावस्या होती है। दोनों पक्षों में शुक्ल पक्ष को ही शुभ कार्यों के श्रेष्ठ माना जाता है। 'श्रेष्ठ एकादशी'प्रत्येक पक्ष में एक एकादशी होती है इस मान में माह में दो एकादशी। प्रत्येक वर्ष 24 और अधिकमास हो तो 26 एकादशियां होती हैं। प्रत्येक एकादशी का अपना अलग ही लाभ और महत्व है। उनमें भी कार्तिक मास की देव प्रबोधिनी एकादशी श्रेष्ठ है। प्रदोष को भी श्रेष्ठ माना गया है। 'श्रेष्ठ माह'मासों में चैत्र, वैशाख, कार्तिक, ज्येष्ठ, श्रावण, अश्विनी, मार्गशीर्ष, माघ, फाल्गुन श्रेष्ठ माने गए हैं उनमें भी चैत्र और कार्तिक सर्वश्रेष्ठ है। हिन्दू मास के नाम:- चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ और फाल्गुन। 'श्रेष्ठ पंचमी'प्रत्येक माह में पंचमी आती है। उसमें माघ मास के शुक्ल पक्ष की बसंत पंचमी श्रेष्ठ है। सावन माह की नाग पंचमी भी श्रेष्ठ है। 'श्रेष्ठ अयन'छह माह का दक्षिणायन और छह का उत्तरायण होता है। दक्षिणायन और उत्तरायण मिलाकर एक वर्ष माना गया है। सूर्य जब दक्षिणायन होता है तो देव सो जाते हैं और उत्तरायण होता है तो देव उठ जाते हैं। अत: उत्तरायण श्रेष्ठ है। 'श्रेष्ठ संक्रांति'सूर्य की 12 संक्रांतियों में मकर संक्रांति ही श्रेष्ठ है। सूर्यदेव जब धनु राशि से मकर पर पहुंचते हैं तोमकर संक्रांति मनाई जाती है। इस समय सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायन हो जाता है। सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहते हैं। 12 संक्रांतियों में से चार- मेष, कर्क, तुला और मकर संक्रांति महत्वपूर्ण हैं। 'श्रेष्ठ ऋ‍तु'छह ऋतुओं में वसंत और शरद ऋतु ही श्रेष्ठ है। 1. बसंत ऋतु, 2.ग्रीष्म ऋतु, 3.वर्षा ऋतु, 4.शरद ऋतु, 5.हेमन्त ऋतु, 6.शिशिर ऋतु। 'श्रेष्ठ नक्षत्र'नक्षत्र 27 होते हैं उनमें कार्तिक मास में पड़ने वाला पुष्य नक्षत्र श्रेष्ठ है। इसके अलावा अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, श्रावण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, रेवती नक्षत्र शुभ माने गए हैं। शुभ मुहूर्त क्या है?मुहूर्त दो तरह के होते हैं शुभ मुहूर्त और अशुभ मुहूर्त। शुभ को ग्राह्य समय और अशुभ को अग्राह्‍य समय कहते हैं। शुभ मुहूर्त में रुद्र, श्‍वेत, मित्र, सारभट, सावित्र, वैराज, विश्वावसु, अभिजित, रोहिण, बल, विजय, र्नेत, वरुण सौम्य और भग ये 15 मुहूर्त है। रवि के दिन 14वां, सोमवार के दिन 12वां, मंगलवार के दिन 10वां, बुधवार के दिन 8वां, गुरु के दिन 6टा, शुक्रवार के दिन 4था और शनिवार के दिन दूसरा मुहूर्त कुलिक शुभ कार्यों में वर्जित हैं।

इस तरह जानिए शुभ मुहूर्त क्या है... By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब किसी भी कार्य का प्रारंभ करने के लिए शुभ लग्न और मुहूर्त को देखा जाता है। जानिए वह कौन-सा वार, तिथि, माह, वर्ष लग्न, मुहूर्त आदि शुभ है जिसमें मंगल कार्यों की शुरुआत की जाती है। 'श्रेष्ठ दिन' दिन और रात में दिन श्रेष्ठ है। वैदिक नियम अनुसार हर तरह का मंगल कार्य दिन में ही किया जाना चाहिए। अंतिम संस्कार और उसके बाद के क्रियाकर्म भी दिन में ही किए जाते हैं।   'श्रेष्ठ मुहूर्त' दिन-रात के 30 मुहूर्तों में ब्रह्म मुहूर्त ही श्रेष्ठ होता है। पुराने समय में जब बिजली नहीं होती थी तो लोग जल्दी सो जाते थे और ब्रह्म मुहूर्त में उठकर कार्य करने लगते थे। जबसे बिजली का अविष्कार हुआ तब से व्यक्ति की दिनचर्या ही बदल गई। ब्रह्म मुहूर्त में उठने के कई लाभ शास्त्रों में बताए गए हैं।   'मुहूर्तों के नाम' एक मुहूर्त 2 घड़ी अर्थात 48 मिनट के बराबर होता है। 24 घंटे में 1440 मिनट होते हैं। मुहूर्त सुबह 6 बजे से शुरू होता है:- रुद्र, आहि, मित्र, पितॄ, वसु, वाराह, विश्वेदेवा, विधि, सतमुखी, पुरुहूत, वाहिनी, ...