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Bal Vnita mahila ashram


घर का निर्माण करते समय तो दिशा और स्थान का ज्यादातर लोग ध्यान देते हैं लेकिन घर में समान का रख-रखाव और साज-सजावट करते समय लोग छोटी-छोटी चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब.वास्तु में दिशाओं और स्थान के अनुसार रंगों के बारे में भी बताया गया है। इसी विषय में पर्दों के रंग का चुनाव करना भी महत्वपूर्ण माना जाता है। वास्तु के अनुसार विभिन्न रंग और डिजाइन के पर्दे न केवल घर की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं, बल्कि ये घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने में भी सहायक होते हैं। पर्दो के रंग का सही प्रकार से चुनाव करके आप जीवन की समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कैसे

 
यदि आपके घर में लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनी हुई रहती है, जिसके कारण तनाव का सामना करना पड़ता है।तो अपने घर की दक्षिण दिशा में लाल रंग के पर्दे लगाने चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों में प्रेम की भावना बनी रहती है और घर में शांति आती है।

 
यदि आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर है या फिर आपके ऊपर कर्ज है, जिसे आप प्रयास करने पर भी चुकाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं तो घर की उत्तर दिशा में नीले रंग के पर्दे लगाने चाहिए। इससे कुछ ही समय में आपको सकारात्मक प्रभाव दिखाई देने लगते हैं।

यदि आप बहुत मेहनत करते हैं फिर भी आपको उसके अनुरूप फल की प्राप्ति नहीं हो पा रही है तो आपको अपने घर की पश्चिम दिशा में सफेद रंग के पर्दे लगाने चाहिए। इससे आपको समस्याओं से मुक्ति प्राप्त होगी और लक्ष्य प्राप्ति की राह आसान होगी।

 
यदि आप एक अच्छी नौकरी की तलाश में है लेकिन कई प्रयास करने पर भी आपको सफलता प्राप्त नहीं हो रही है तो आपको घर की पूर्व दिशा में हरे रंग के पर्दे लगाने चाहिए। माना जाता है कि इससे आपकी तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
While constructing the house, most people pay attention to the direction and location, but people tend to ignore the small things while doing the same maintenance and decoration in the house.  By philanthropist Vanita Kasani Punjab.Vastu also mentions about colors according to the directions and location.  It is also considered important to choose the color of the curtains in this subject.  According to Vastu, curtains of different colors and designs not only add beauty to the beauty of the house, but they also help in maintaining positive energy in the house.  By choosing the color of curtains properly, you can get rid of the problems of life.  So let's know how
  If there is a situation of fighting and fighting in your house, due to which you have to face stress, then you should put red curtains in the south direction of your house.  This creates a feeling of love among the family members and brings peace in the house.

 
 If your financial situation is weak or you have a debt, which you are not able to repay even after trying, then blue curtains should be put in the north direction of the house.  With this, you start seeing positive effects in a short time.

 
 If you work very hard, yet you are not getting the fruit according to that, then you should put white curtains in the west direction of your house.  With this, you will get rid of problems and the way to achieve the goal will be easy.

 
 If you are looking for a good job but you are not getting success even after making many efforts, then you should put green curtains in the east direction of the house.  It is believed that this opens the way for your progress.

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, वास्तु में घर, कार्यस्थल हर जगह पर निर्माण और सामान रखने से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए हैं। वास्तु के अनुसार घर में किसी भी चीज का निर्माण करते समय दिशाओं का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होता है अन्यथा आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब इसी तरह से सीढ़ियों को तरक्की से जोड़कर देखा जाता है। वास्तु के अनुसार यदि सीढ़ियों की दिशा सही नहीं है तो व्यापार में नुकसान, आर्थिक तंगी और तरक्की में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। गलत तरह और गलत दिशा में बनी हुआ सीढ़ियों का बुरा प्रभाव घर के मुखिया पर पड़ता है। सीढ़ियों का निर्माण यदि वास्तु की बातों को ध्यान में रखकर किया जाए तो तरक्की और आर्थिक समृद्धि पाई जा सकती है। तो चलिए जानते हैं वास्तु के अनुसार कैसी होना चाहिए आपके घर की सीढ़ियां।वास्तु के अनुसार घर में सीढ़ियां हमेशा दक्षिण, पश्चिम या नैऋत्य कोण में बनाना चाहिए। वास्तु के अनुसार सीढ़ियों का निर्माण करने के लिए यह दिशाएं बहुत अच्छी रहती है।वास्तु में सीढ़ियों के निर्माण के लिए उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण को बिलकुल भी उचित नहीं माना गया है। घर के ईशान कोण में सीढ़ियां भूलकर भी नहीं बनानी चाहिए। इस दिशा में सीढ़ियों का निर्माण होने से वास्तु दोष लगता है जिसके कारण आपको आर्थिक तंगी, नौकरी और व्यवसाय में हानि का सामना करना पड़ सकता है। आपकी उन्नति में बाधाएं आती हैं।सीढ़ी में यदि किसी प्रकार का दोष है तो पिरामिड या फिर सीढ़ियां ईशान, उत्तर दिशा में बनी हुई हैं तो पिरामिड के द्वारा उसे संतुलित किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए वास्तु विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

Vastu has important guidelines related to construction and furnishings everywhere in the home, workplace. According to Vastu, it is very important to take care of directions while constructing anything in the house, otherwise you may face problems. By philanthropist Vanita Kasani Punjab, this is seen by connecting the stairs to the elevation. According to Vastu, if the direction of the stairs is not right then there may be loss in business, financial tightness and obstacles in progress. The stairs in the wrong way and in the wrong direction have a bad effect on the head of the household. If the stairs are constructed keeping in mind the things of Vastu, then progress and economic prosperity can be found. So let us know what should be the steps of your house according to Vastu.  According to Vastu, stairs should always be constructed in the south, west or south west corner of the house. According to Vastu, these directions are very good for constructing stairs.  The nort...
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