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, आभूषण या ज्वैलरी (Jewellery) पहनना हिंदू परंपरा का एक अहम हिस्सा है. शादी (Marriage) हो या फिर कोई दूसरा अवसर ज्वैलरी पहनने का अपना एक अलग ही महत्त्व होता है. By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब दुल्हन (Bride) की खूबसूरती में चार चांद लगाने और उसे संवारने का काम गहने ही करते हैं. शादीशुदा महिलाएं पैरों में बिछिया (Nettles) और पायल (Anklets) पहनती हैं. आमतौर पर महिलाएं सोने के गहने (Gold Jewellery) पहनना पसंद करती हैं लेकिन पैरों की पायल हो या बिछिया, हमेशा चांदी (Silver) की ही पहनी जाती है. वैसे आभूषण पहनने का कारण महिलाओं की सुंदरता को बढ़ाना है, लेकिन हमारी परंपरा और प्रथाओं के पीछे के अंतर्निहित कारणों को देखा जा सकता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार कमर (Waist) के नीचे सोने के आभूषण कभी नहीं पहनने चाहिए.इसी मान्यता को आगे बढ़ाते हुए आपने अक्सर घर के बुजुर्गों को ये कहते सुना होगा कि पैरों में पायल और बिछिया सोने के न पहनें. आइए जानते हैं क्या कारण है कि पैरौं में सोने के आभूषण नहीं पहनने चाहिए.-सोने के आभूषण शरीर को गर्म रखते हैं, जबकि चांदी शीतलता प्रदान करती है इसलिए चांदी के आभूषण शरीर को ठंडा रखने का काम करते हैं. इस प्रकार कमर के ऊपर सोना और कमर से नीचे चांदी पहनने से शरीर का तापमान संतुलित बना रहता है जिससे कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है.-आभूषण पहनने से ऊर्जा सिर से पैरों की तरफ और पैरों से सिर की तरफ फ्लो होती है. वहीं अगर सिर और पांव दोनों में ही गोल्ड ज्वैलरी पहन ली जाए तो इससे शरीर में एक समान ऊर्जा का फ्लो होगा, इससे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है और कई बीमारियां भी हो सकती हैं.ः क्या गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में ये बात जानते हैं आप, महिलाओं की सेक्स लाइफ से जुड़ा है कनेक्शन -ज्योतिष शास्त्र की बात करें तो पांव और टांग का ज्वाइंट जिसमें पायल पहनी जाती है, केतु का स्थान होता है. अगर केतु में शीतलता नहीं हो तो वो हमेशा नकारात्मक सोच के साथ क्लेश वाली बात ही करेगा. इसलिए सहनशक्ति बढ़ाने के लिए चांदी की पायल पहनना सबसे ज्यादा जरूरी है.-धार्मिक मान्यतानुसार भगवान विष्णु को सोना अत्यंत प्रिय है क्योंकि सोना लक्ष्मी जी का स्वरूप होता है. इसीलिए सोने को शरीर के निचले हिस्सों में जैसे पैरों में पायल और बिछिया पहनना भगवान् विष्णु सहित समस्त देवताओं का अपमान होता है.-महिलाओं को यदि पैरों की हड्डियों में दर्द की समस्या है तो वो चांदी की पायल पहन सकती हैं क्योंकि पायल पैरों में रगड़कर हड्डियों और जोड़ों के दर्द में राहत दिलाती है.इससे शरीर में रक्त संचार अच्छी तरह से होता है जिसकी वजह से महिलाओं से जुड़ी कई समस्याओं में लाभ मिलता है.-मान्यता है कि चांदी की बिछिया पहनने से पीरियड्स नियमित रहते हैं. बिछिया पैरों में एक्यूप्रेशर का भी काम करती है. पायल में लगे घुंघरुओं की खनक घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार करती है.

Wearing jewelery or jewelery is an important part of Hindu tradition. Whether it is marriage or any other occasion, wearing jewelery has a different significance. By philanthropist Vanita Kasani, the beauty of the Punjab bride (Bride) is to put on the beauty of the moon and groom it. Married women wear nettles and anklets on their feet. Usually women prefer to wear gold jewelery but either anklets or nettles of feet are always worn in silver. Though the reason for wearing jewelery is to increase the beauty of women, but the underlying reasons behind our tradition and practices can be seen. According to Hindu beliefs, gold jewelery should never be worn below the waist (Waist). In keeping with this belief, you have often heard the elders of the house saying that anklets and nettles should not wear gold on the feet. Let us know what is the reason why we should not wear gold jewelery in the legs.

 Gold jewelery keeps the body warm, while silver provides coolness, therefore silver jewelery works to keep the body cool. In this way, the body temperature remains balanced by wearing gold above the waist and silver below the waist, which gets rid of many diseases.

 Wearing jewels, energy flows from head to feet and from feet to head. At the same time, if gold jewelery is worn on both the head and the foot, it will flow the same energy in the body, it can cause harm to the body and can also cause many diseases.

 क्या Do you know this thing about contraceptive pills, connection with the sex life of women - Connection: Talking about astrology, the joint of feet and legs in which anklets are worn is the place of Ketu. If there is no cold in Ketu, then it will always do a thing of affliction with negative thinking. Therefore, to increase endurance, wearing silver anklets is most important.

 According to religious belief, gold is very dear to Lord Vishnu because gold is the form of Lakshmi. That is why wearing gold in the lower parts of the body like anklets and nettle on the feet is an insult to all the gods including Lord Vishnu.

 -If women have problems with the bones of the feet, then they can wear silver anklets because anklets are rubbed into the feet to relieve the pain of bones and joints.
 Due to this, blood circulation takes place well in the body, due to which, it is beneficial in many problems related to women.

 - It is recognized that wearing silver nettles keeps periods regular. The nettle also acts as an acupressure in the legs. The tinkle of the ghungroos in the anklet transmits positive energy in the house.

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