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*विनम्रता एक बार नदी को अपने पानी के प्रचंड प्रवाह पर घमंड हो गया नदी को लगा कि ... मुझमें इतनी ताकत है कि मैं पहाड़, मकान, पेड़, पशु, मानव आदि सभी को बहाकर ले जा सकती हूँ एक दिन नदी ने बड़े गर्वीले अंदाज में समुद्र से कहा ~ बताओ ! मैं तुम्हारे लिए क्या-क्या लाऊँ ? मकान, पशु, मानव, वृक्ष जो तुम चाहो, उसे ... मैं जड़ से उखाड़कर ला सकती हूँ. समुद्र समझ गया यह कि ... नदी को अहंकार हो गया है उसने नदी से कहा ~ यदि तुम मेरे लिए* कुछ लाना ही चाहती हो, तो ... थोड़ी सी घास उखाड़कर ले आओ. नदी ने कहा ~ बस ... इतनी सी बात. अभी लेकर आती हूँ. नदी ने अपने जल का पूरा जोर लगाया पर ... घास नहीं उखड़ी नदी ने कई बार जोर लगाया लेकिन ... असफलता ही हाथ लगी आखिर नदी हारकर समुद्र के पास पहुँची और बोली मैं वृक्ष, मकान, पहाड़ आदि तो उखाड़कर ला सकती हूँ. मगर जब भी घास को उखाड़ने के लिए जोर लगाती हूँ, तो वह नीचे की ओर झुक जाती है और मैं खाली हाथ ऊपर से गुजर जाती हूँ.. समुद्र ने नदी की पूरी बात ध्यान से सुनी और मुस्कुराते हुए बोला ~ जो पहाड़ और वृक्ष जैसे कठोर होते हैं, वे आसानी से उखड़ जाते हैं. किन्तु ... घास जैसी विनम्रता जिसने सीख ली हो, उसे प्रचंड आँधी-तूफान या प्रचंड वेग भी नहीं उखाड़ सकता जीवन में खुशी का अर्थ लड़ाइयाँ लड़ना नहीं ... बल्कि ... उन से बचना है कुशलता पूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है ... क्योकि ... अभिमान* ~ *फरिश्तों को भी शैतान बना देता है, ... और ... नम्रता साधारण व्यक्ति को भी फ़रिश्ता बना देती है.. , *By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब*🌷🙏🙏🌷 🙏💐 विनम्रता से जिन्दगी जीना चाहिए 🙏🙏** Modesty Once the river is filled with water Boast over The river felt that ... I have so much power Mountains, houses, trees, animals, humans etc. Take it all away One day the river in a very proud style Tell from the sea ~ Tell! What should i get for you House, animal, human, tree Do whatever you want ... I can uproot it from the root. The sea understood that… River has become arrogant He said to the river ~ If you for me * If you want to bring something, then… Uproot some grass and bring it. The river said ~ Just ... such a thing. I will bring it now The river exerted its full force of water But ... the grass is not uprooted The river thrust many times but ... Failure is at stake Finally after losing the river reached the sea and said I can uproot trees, houses, mountains etc. But whenever I push the grass to uproot it, it bends down and I go up empty handed .. The sea listened intently to the river And he said with a smile ~ Which are like mountains and trees Are rigid, They crumble easily. But… Humility like grass Who has learned, He had a severe thunderstorm or Can not uproot even the raging velocity Meaning of happiness in life Battles don't fight ... Rather ... Avoid them Retreat efficiently Is a win in itself ... Because ... Pride * ~ * even to angels The devil makes ... And ... Humility even to an ordinary person Angel makes .., * By social worker Vanita Kasani Punjab * 🌷🙏🙏🌷 चाहिए live life humbly 🙏🙏 *

*विनम्रता 

एक बार नदी को अपने पानी के
       प्रचंड प्रवाह पर घमंड हो गया
              नदी को लगा कि ...
         मुझमें इतनी ताकत है कि मैं
  पहाड़, मकान, पेड़, पशु, मानव आदि
     सभी को बहाकर ले जा सकती हूँ

  एक दिन नदी ने बड़े गर्वीले अंदाज में 
         समुद्र से कहा ~ बताओ ! 
      मैं तुम्हारे लिए क्या-क्या लाऊँ ?
        मकान, पशु, मानव, वृक्ष
           जो तुम चाहो, उसे ...
   मैं जड़ से उखाड़कर ला सकती हूँ.

            समुद्र समझ गया यह कि ...
        नदी को अहंकार हो गया है
            उसने नदी से कहा ~
            यदि तुम मेरे लिए* 
       कुछ लाना ही चाहती हो, तो ...
   थोड़ी सी घास उखाड़कर ले आओ.

  नदी ने कहा ~ बस ... इतनी सी बात.
                       अभी लेकर आती हूँ.

 नदी ने अपने जल का पूरा जोर लगाया
          पर ... घास नहीं उखड़ी
  नदी ने कई बार जोर लगाया लेकिन ...
         असफलता ही हाथ लगी

        आखिर नदी हारकर समुद्र के पास पहुँची और बोली
   मैं वृक्ष, मकान, पहाड़ आदि तो उखाड़कर ला सकती हूँ. मगर जब भी घास को उखाड़ने के लिए जोर लगाती हूँ, तो वह नीचे की ओर झुक जाती है और मैं खाली हाथ ऊपर से गुजर जाती हूँ..

 समुद्र ने नदी की पूरी बात ध्यान से सुनी
          और मुस्कुराते हुए बोला ~
          जो पहाड़ और वृक्ष जैसे
                कठोर होते हैं,
                वे आसानी से उखड़ जाते हैं.
             किन्तु ...
           घास जैसी विनम्रता
           जिसने सीख ली हो,
      उसे प्रचंड आँधी-तूफान या
   प्रचंड वेग भी नहीं उखाड़ सकता

        जीवन में खुशी का अर्थ
          लड़ाइयाँ लड़ना नहीं
              ... बल्कि ...
            उन से बचना है
      कुशलता पूर्वक पीछे हटना भी
         अपने आप में एक जीत है

    ... क्योकि ...
     अभिमान* ~ *फरिश्तों को भी
                     शैतान बना देता है,
     ... और ...
     नम्रता साधारण व्यक्ति को भी
                    फ़रिश्ता बना देती है.. , *By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब*🌷🙏🙏🌷

    🙏💐 विनम्रता से जिन्दगी जीना चाहिए 🙏🙏** Modesty

 Once the river is filled with water
        Boast over
               The river felt that ...
          I have so much power
   Mountains, houses, trees, animals, humans etc.
      Take it all away

   One day the river in a very proud style
          Tell from the sea ~ Tell!
       What should i get for you
         House, animal, human, tree
            Do whatever you want ...
    I can uproot it from the root.

             The sea understood that…
         River has become arrogant
             He said to the river ~
             If you for me *
        If you want to bring something, then…
    Uproot some grass and bring it.

   The river said ~ Just ... such a thing.
                        I will bring it now

  The river exerted its full force of water
           But ... the grass is not uprooted
   The river thrust many times but ...
          Failure is at stake

         Finally after losing the river reached the sea and said
    I can uproot trees, houses, mountains etc. But whenever I push the grass to uproot it, it bends down and I go up empty handed ..

  The sea listened intently to the river
           And he said with a smile ~
           Which are like mountains and trees
                 Are rigid,
                 They crumble easily.
              But…
            Humility like grass
            Who has learned,
       He had a severe thunderstorm or
    Can not uproot even the raging velocity

         Meaning of happiness in life
           Battles don't fight
               ... Rather ...
             Avoid them
       Retreat efficiently
          Is a win in itself

     ... Because ...
      Pride * ~ * even to angels
                      The devil makes
      ... And ...
      Humility even to an ordinary person
                     Angel makes .., * By social worker Vanita Kasani Punjab * 🌷🙏🙏🌷

     चाहिए live life humbly 🙏🙏 *

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Hearty greetings to all the countrymen of the holy festival of Basant Panchami, a symbol of new zeal and new energy. Mother Goddess Saraswati wishes to provide knowledge, prosperity and good health in everyone's life.

, वास्तु में घर, कार्यस्थल हर जगह पर निर्माण और सामान रखने से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए हैं। वास्तु के अनुसार घर में किसी भी चीज का निर्माण करते समय दिशाओं का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होता है अन्यथा आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब इसी तरह से सीढ़ियों को तरक्की से जोड़कर देखा जाता है। वास्तु के अनुसार यदि सीढ़ियों की दिशा सही नहीं है तो व्यापार में नुकसान, आर्थिक तंगी और तरक्की में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। गलत तरह और गलत दिशा में बनी हुआ सीढ़ियों का बुरा प्रभाव घर के मुखिया पर पड़ता है। सीढ़ियों का निर्माण यदि वास्तु की बातों को ध्यान में रखकर किया जाए तो तरक्की और आर्थिक समृद्धि पाई जा सकती है। तो चलिए जानते हैं वास्तु के अनुसार कैसी होना चाहिए आपके घर की सीढ़ियां।वास्तु के अनुसार घर में सीढ़ियां हमेशा दक्षिण, पश्चिम या नैऋत्य कोण में बनाना चाहिए। वास्तु के अनुसार सीढ़ियों का निर्माण करने के लिए यह दिशाएं बहुत अच्छी रहती है।वास्तु में सीढ़ियों के निर्माण के लिए उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण को बिलकुल भी उचित नहीं माना गया है। घर के ईशान कोण में सीढ़ियां भूलकर भी नहीं बनानी चाहिए। इस दिशा में सीढ़ियों का निर्माण होने से वास्तु दोष लगता है जिसके कारण आपको आर्थिक तंगी, नौकरी और व्यवसाय में हानि का सामना करना पड़ सकता है। आपकी उन्नति में बाधाएं आती हैं।सीढ़ी में यदि किसी प्रकार का दोष है तो पिरामिड या फिर सीढ़ियां ईशान, उत्तर दिशा में बनी हुई हैं तो पिरामिड के द्वारा उसे संतुलित किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए वास्तु विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

Vastu has important guidelines related to construction and furnishings everywhere in the home, workplace. According to Vastu, it is very important to take care of directions while constructing anything in the house, otherwise you may face problems. By philanthropist Vanita Kasani Punjab, this is seen by connecting the stairs to the elevation. According to Vastu, if the direction of the stairs is not right then there may be loss in business, financial tightness and obstacles in progress. The stairs in the wrong way and in the wrong direction have a bad effect on the head of the household. If the stairs are constructed keeping in mind the things of Vastu, then progress and economic prosperity can be found. So let us know what should be the steps of your house according to Vastu.  According to Vastu, stairs should always be constructed in the south, west or south west corner of the house. According to Vastu, these directions are very good for constructing stairs.  The nort...
 वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती हैं उस स्थान को ईशान कोण कहते हैं।  वास्तु शास्त्र में इस स्थान को सबसे पवित्र माना गया है। भगवान शिव का एक नाम ईशान भी है। भगवान शिव का आधिपत्य उत्तर-पूर्व दिशा में होता है। इस दिशा के स्वामी ग्रह बृहस्पति और केतु माने गए है। घर का ये हिस्सा सबसे पवित्र होता है इसलिए ईशान में सभी देवी और देवताओं का वास होता है। यही कारण है कि इस दिशा को सबसे शुभ माना गया है। इसे साफ-स्वच्छ और खाली रखा जाना चाहिए। लेकिन क्या आप ये जानते है कि आपकी नौकरी और बिजनेस की तरक्की ये दिशा ही तय करती है ईशान कोण में न रखने वाले सामान: ईशान कोण में कोई नुकीली चीज तथा झाडू भी नहीं रखना चाहिए वरना धन हानि होती है। घर या ऑफिस के इस हिस्से में बैठक व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। इस स्थान पर कूड़ा-कचरा नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर नौकरी-पेशे में रूकावट आती है। ईशान कोण में स्टोररुम और टॉयलेट नहीं होना चाहिए। इससे कार्यों में रूकावट आती है। किचन और बेडरुम इस दिशा में होने से वास्तुदोष बनता है। लोहे का कोई भारी भी इस दिशा में नहीं होना चाहिए। सिंक या वॉश...